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मायकोवस्की की भूतपूर्व टायपिस्ट इ० यानित्स्कया के लिए एक सन्देश / आन्द्रेय वाज़्नेसेंस्की
Kavita Kosh से
मायकोवस्की ने कभी भी तुम्हारा हिसाब नहीं किया ।
लो, ये उसका कर्ज़ अदा करता हूँ ।
अधिक दिन न जीने की ख़ता, जो उसने की, माफ़ करो ।
मेरे जीवन का प्रयोजन है
लेर्मन्तफ़, लोर्का के
काला..तीत ऋण को उतारना ।
बढ़ता ही जाता है वह
ख़ौफ़नाक ब्याज जो रक्त से चुकता है ।
पिता, पूर्वज, शुक्रगुजार हैं हम ।
घूमता है पहिया, गुज़रता है समय का रथ...
मगर कौन अदा करेगा मेरा ऋण,
कौन करेगा हिसाब बन्द ?