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- 14:20, 17 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+500) . . इरादा नेक है गर तो वो बोले झूठ इतना क्यों / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:16, 17 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+6) . . लेकिन सवाल टेढ़ा है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:15, 17 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . छो भँवर में है कश्ती किनारे कहाँ हैं / डी. एम. मिश्र (Dkspoet ने ख़ुदा की क़सम वो हमारे कहाँ हैं / डी. एम. मिश्र पृष्ठ [[भँवर में है कश्ती किनारे कहाँ हैं / डी....) (मौजूदा)
- 14:13, 17 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . भँवर में है कश्ती किनारे कहाँ हैं / डी. एम. मिश्र
- 14:12, 17 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (-3) . . इधर भुखमरी, उधर कोरोना दुविधा में मजदूर / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:09, 17 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . सत्य हो सकता परेशान पराजित तो नहीं / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:08, 17 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (-3) . . अड़चनें भी खू़ब हैं तो आशिक़ी भी खू़ब है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:08, 17 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+3) . . हम कब तक उसको माफ़ करें अब आर पार हो जाने दो / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:08, 17 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (-4) . . मुझे पता नहीं वो क्यों हुआ ख़फ़ा मुझसे / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:06, 17 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . हवा खि़लाफ़ है लेकिन दिए जलाता हूँ / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:04, 17 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 15:12, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+10,742) . . भूमिका / लेकिन सवाल टेढ़ा है (मौजूदा)
- 15:02, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,158) . . रास्ता यूँ मेरा ढलान में है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 15:01, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+949) . . लगेगी न तुमको हमारी ख़बर तक / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 15:01, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+936) . . बहुत याद आते हैं गुज़रे हुए दिन / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 15:01, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,407) . . इधर भुखमरी, उधर कोरोना दुविधा में मजदूर / डी. एम. मिश्र
- 15:00, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,199) . . पर्वत जैसे लगते हैं बेकार के दिन / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 15:00, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,614) . . कोरोना से प्राण बचाकर भूखा मारो क्या मतलब / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:58, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,442) . . छूट गया घर तब जाना घर क्या होता है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:57, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,565) . . हो मालूम तुझे कुदरत के तिरस्कार की हद क्या है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:57, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,356) . . परिंदे किस तरह पिंजरों में रहते होंगे अब जाना / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:56, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (-1) . . किसी के पास में चेहरा नहीं है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:56, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (-2) . . दाना डाल रहा चिड़ियों को मगर शिकारी है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:55, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+85) . . किसी के पास में चेहरा नहीं है / डी. एम. मिश्र
- 14:55, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+85) . . दाना डाल रहा चिड़ियों को मगर शिकारी है / डी. एम. मिश्र
- 14:55, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+85) . . यूँ अचानक हुक्म आया लॉकडाउन हो गया / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:55, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+744) . . जा के दिल्ली की गलियों में डर देख लो / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:54, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,111) . . अंधों को भले लग रहा फस्लेबहार है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:53, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,153) . . तेरे प्यार में हर सितम है गवारा / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:53, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,347) . . झील में खिलते कमल दल की क़तारों की तरह / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:52, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+997) . . मैं तेरी सादगी पे मरता हूँ / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:51, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,019) . . ग़म को भी अपने छुपाना सीखिये / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:51, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+786) . . हुस्न पर बेझिझक नज़र डालो / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:50, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,346) . . सागर क्या जाने कितनी है पीर हमारी आँखों में / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:49, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,012) . . अभी तक तो उसे देखा नहीं है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:48, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+836) . . मेरे अश्कों का राज़ बूझो भी / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:48, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+85) . . नींद में भी नज़र से गुजरे हैं / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:48, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+85) . . नज़र उठाये तो वो बेक़रार हो जाये / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:47, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,071) . . प्यार में भी वो वासना देखे / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:47, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+932) . . ज़िंदगी को समझने में देरी हुई / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:46, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,077) . . देश निकाला दे देगा तो कहाँ जांयगे / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:45, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+901) . . भक्त नादान बने बैठे हैं / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:45, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,245) . . करे सरकार अत्याचार तो जनता कहाँ जाये / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:44, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,135) . . जतन हज़ार किया फलसफ़ा नहीं मिलता / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:44, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+974) . . अपना ही घर भरने वालो डूब मरो / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:43, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,479) . . मेरी बरबादियों में जश्न का आया मज़ा उसको / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:43, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,321) . . कफ़न बाँधे हुए सर पर निकल आये दिवाने फिर / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:42, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,274) . . यही जनक्रान्ति परिवर्तन नहीं लाये तो फिर कहना / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:41, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+1,133) . . क़दम-दर-क़दम मैं छला जा रहा हूँ / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 14:40, 16 नवम्बर 2020 (अंतर | इतिहास) . . (+969) . . समर में चलो फिर उतरते हैं हम भी / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
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