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पोसतू का छुमा, मेरी भग्यानी बा / गढ़वाली
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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पोसतू[1] का छुमा, मेरी भग्यानी बा[2]।
आज की छोपती, मेरी भग्यानी बौ।
रै तुमारा जुमा, मेरी भग्यानी बौ।
अखोडू का डोका[3], मेरी भग्यानी बौ।
रै तुम्हारा जुमा, मेरी भग्यानी बौ,
हम अजाण लोका, मेरी भग्यानी बौ।
बाजी त छुड़ीका[4] मेरी भग्यानी बौ,
इनू देण दुवा[5], मेरी भग्यानी बौ,
हींग सा तुड़ीका[6] मेरी भग्यानी बौ।
काखड़[7] की सींगी, मेरी भग्यानी बौ,
रातू क सुपिना देखी, मेरी भग्यानी बौ।
दिन आँख्यों रींगी, मेरी भग्यानी बौ,
बान[8] को हरील[9], मेरी भग्यानी बौ,
रिंगदों रिंगदो[10], मेरी भग्यानी बौ,
त्वै मुंग[11] सील[12], मेरी भग्यानी बौ।